जब से महामारी का प्रकोप शुरू हुआ, देश ने कई क्षेत्रों में घरेलू आदेशों और तालाबंदी पर रोक लगा दी। लोग अपने-अपने घरों के अंदर बैठकर घर के अंदर मौज-मस्ती की अलग-अलग संभावनाएं तलाशने लगे। इस बीच, कई लोगों ने इंटरनेट के माध्यम से घर से काम करना शुरू कर दिया। लोगों के दूसरे समूह ने जुआ खेलना शुरू कर दिया। हालांकि, अधिकांश लोग ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के लिए मोबाइल डेटा नेटवर्क का उपयोग करके अपना समय व्यतीत करते हैं।
हर कोई अलग-अलग स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के जरिए अलग-अलग सीरीज और फिल्में देखने लगा। इससे मोबाइल डेटा नेटवर्क में बड़ा उछाल आया। स्मार्टफोन उस समय लोगों के बीच बाहरी दुनिया के कनेक्शन का केंद्रीय हिस्सा बन गए थे।
कई स्मार्टफोन अन्य जुड़े उपकरणों के लिए इंटरनेट हॉटस्पॉट बन गए। यह विभिन्न वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की वीडियो गुणवत्ता में कमी की ओर भी गया। इसके अलावा, अधिकांश इंटरनेट उपयोगकर्ता केबल और मोबाइल कंपनियों से आईएसपी का उपयोग करने के बजाय मोबाइल नेटवर्क में हैं।
क्वारंटाइन अवधि के दौरान इंटरनेट का सबसे अधिक बढ़ा क्षेत्र सोशल मीडिया और वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म का है। की डाउनलोड दर टिक टॉक 2 बिलियन तक की वृद्धि दर्शाता है। इसके अलावा, मार्च में ही फेसबुक और स्नैप के उपयोग में महत्वपूर्ण उछाल दर्ज किया गया। यह सब इसलिए हुआ कि लोगों के पास अपने सामान्य जीवन की दिनचर्या में करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है।
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